Shree Guru Charan Saroj Raj – Meaning, Lyrics, Doha, Song & Ringtone Download
“Shree Guru Charan Saroj Raj” हिंदू धर्म की एक अत्यंत पवित्र पंक्ति है, जो हनुमान चालीसा के प्रारंभिक दोहों में आती है। यह पंक्ति केवल एक मंत्र नहीं, बल्कि भक्ति, समर्पण और गुरु की महिमा का एक दिव्य संदेश है। रस और भक्ति से भरी यह पंक्ति सदियों से भक्तों द्वारा बड़े प्रेम और श्रद्धा के साथ पढ़ी जाती है।
इसके उच्चारण से मन को शांति, विचारों में स्पष्टता और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आज के समय में भी लोग इसकी लिरिक्स, मतलब, ऑडियो/वीडियो, और रिंगटोन डाउनलोड MP3 खोजते रहते हैं। इसलिए यह लेख आपको इसके बारे में विस्तृत और गहन जानकारी देगा।
यह पंक्ति दर्शाती है कि हर आध्यात्मिक यात्रा गुरु के चरणों की धूल से शुरू होती है। गुरु वह शक्ति है जो अंधकार में प्रकाश, भ्रम में मार्गदर्शन और दुख में आश्रय प्रदान करती है। “श्री गुरु चरण सरोज रज” का जप हमें विनम्रता, भक्तिभाव और ज्ञान की ओर ले जाता है।
इस लेख में हम समझेंगे:
- Shree Guru Charan Saroj Raj Meaning in Hindi & English
- Shree Guru Charan Saroj Raj Lyrics (Full Doha)
- Hanuman Chalisa Doha Meaning
- Song & Ringtone Download Information
- Spiritual Importance & Benefit
- Conclusion + FAQ
Contents
- 1 ॥ दोहा ॥
- 2 ॥ चौपाई ॥
- 3 ॥ दोहा ॥
- 4 Shree Guru Charan Saroj Raj Lyrics (Full Doha)
- 5 Shree Guru Charan Saroj Raj Doha Meaning
- 6 Spiritual Importance of “Shree Guru Charan Saroj Raj”
- 7 Shree Guru Charan Saroj Raj Song Download Information.
- 8 Shree Guru Charan Saroj Raj Ringtone Download MP3
- 9 How to Chant “Shree Guru Charan Saroj Raj” Properly
Shree Guru Charan Saroj Raj Full Lyrics.

Shree Guru Charan Saroj Raj Full Lyrics पढ़ें—हनुमान चालीसा के पवित्र दोहे का पूरा पाठ, अर्थ और महत्व एक ही जगह। भक्ति, शांति और आध्यात्मिक ज्ञान से भरपूर पूर्ण लिरिक्स।
॥ दोहा ॥
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस बिकार॥
॥ चौपाई ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥
राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा॥
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे।
काँधे मूँज जनेऊ साजे॥
शंकर सुवन केसरी नंदन।
तेज प्रताप महा जग वंदन॥
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया॥
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे।
रामचंद्र के काज सँवारे॥
लाय सजीवन लखन जियाए।
श्रीरघुवीर हरषि उर लाए॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा॥
यम कुबेर दिगपाल जहाँ ते।
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राजपद दीन्हा॥
तुम्हरो मंत्र विभीषण माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना॥
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लाँघि गए अचरज नाहीं॥
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डरना॥
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हाँक ते काँपै॥
भूत पिशाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै॥
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥
संकट तै हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिनके काज सकल तुम साजा॥
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै॥
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा॥
साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस वर दीन जानकी माता॥
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा॥
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम जनम के दुख बिसरावै॥
अन्तकाल रघुवर पुर जाई।
जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई॥
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई॥
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥
जय जय जय हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं॥
जो शत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई॥
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
तुलसीदास सदा हरिचेरा।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा॥
॥ दोहा ॥
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥
Shree Guru Charan Saroj Raj Meaning in Hindi
“श्री गुरु चरण सरोज रज” का अर्थ है –
गुरु के चरणों की कमल-सदृश पवित्र धूल
यहाँ गुरु का अर्थ केवल किसी व्यक्ति से नहीं है, बल्कि ज्ञान, बुद्धि, आध्यात्मिक मार्गदर्शन और प्रकाश से है।
इस पंक्ति में कहा गया है कि: जिस प्रकार कमल की सुगंध और सौंदर्य मन को मोह लेता है, उसी प्रकार गुरु के चरणों की धूल मनुष्य के जीवन को पवित्र बनाती है। गुरु की कृपा से मनुष्य सभी कठिनाइयों को पार कर लेता है।
Shree Guru Charan Saroj Raj Meaning in English
“Shree Guru Charan Saroj Raj” means:
“The sacred dust of the lotus feet of the Guru.”
This symbolizes that the blessings, teachings, and guidance of a true Guru purify one’s heart, remove ignorance, and lead a devotee to knowledge and devotion. It represents humility and complete surrender to divine wisdom.
Shree Guru Charan Saroj Raj Lyrics (Full Doha)
नीचे हनुमान चालीसा के शुरुआती दोहे दिए जा रहे हैं, जिनमें यह पंक्ति आती है:
॥ दोहा ॥
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस बिकार॥
Shree Guru Charan Saroj Raj Doha Meaning
Doha 1 Meaning
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
गुरु के पवित्र चरणों की धूल से अपने मन रूपी दर्पण को साफ करके…
बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
मैं श्री राम के पवित्र और निर्मल गुणों का वर्णन करता हूँ, जो धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – चारों फल देने वाले हैं।
संदेश:
भक्ति और साधना की शुरुआत गुरु के चरणों से होती है। गुरु की कृपा मन को निर्मल बनाती है, जिससे भगवान की महिमा का सच्चा बोध होता है।
Doha 2 Meaning
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
मैं अपने को बुद्धि से रहित जानकर पवनपुत्र हनुमान का स्मरण करता हूँ।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस बिकार॥
हे प्रभु! मुझे बल, बुद्धि और विद्या प्रदान कीजिए और मेरे सारे दुःख और दोष दूर कर दीजिए।
संदेश:
हनुमान जी से शक्ति, बुद्धि, ज्ञान और कठिनाइयों से मुक्ति की प्रार्थना की जाती है।
Spiritual Importance of “Shree Guru Charan Saroj Raj”
✔ गुरु की महिमा का संदेश
किसी भी आध्यात्मिक मार्ग पर गुरु की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह पंक्ति उसी श्रद्धा को दर्शाती है।
✔ मन को पवित्र करने वाला मंत्र
इसका जप मन को शांत, विचारों को सकारात्मक और आत्मा को शुद्ध बनाता है।
✔ भक्ति की शुरुआत
हनुमान चालीसा की शुरुआत इसी दोहे से होती है, जो भक्त की विनम्रता और समर्पण दिखाती है।
✔ बाधाओं का नाश
माना जाता है कि इस पंक्ति का उच्चारण, विशेषकर सुबह, मानसिक तनाव और जीवन की बाधाओं को कम करता है।
Shree Guru Charan Saroj Raj Song Download Information.
“Shree Guru Charan Saroj Raj song download भक्ति और शांति से भरा एक पवित्र भजन है, जिसे सुनकर मन में सकारात्मक ऊर्जा और ध्यान की भावना उत्पन्न होती है। यह पंक्ति हनुमान चालीसा के प्रारंभिक दोहे से ली गई है, इसलिए इसके भजन और ऑडियो संस्करण इंटरनेट पर लाखों लोगों द्वारा सुने जाते हैं। भक्त इसे सुबह-शाम ध्यान, पूजा और मेडिटेशन के दौरान सुनना पसंद करते हैं।
यदि आप Shree Guru Charan Saroj Raj song को सुनना या डाउनलोड करना चाहते हैं, तो YouTube, JioSaavn, Wynk, Gaana, Spotify और Apple Music जैसे कानूनी प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है। वहाँ आप उच्च-गुणवत्ता वाला ऑडियो, भजन, और चालीसा का पूरा संस्करण सुन सकते हैं। अवैध डाउनलोड से बचें और सुरक्षित, अधिकृत म्यूजिक प्लैटफॉर्म का ही उपयोग करें।
Shree Guru Charan Saroj Raj Ringtone Download MP3
Shree Guru Charan Saroj Raj song ringtone download in high-quality MP3. Get the devotional Hanuman Chalisa opening doha ringtone for your mobile. Fast, easy, and safe ringtone options for Android and iPhone.
Benefits of Chanting “Shree Guru Charan Saroj Raj” in Hindi
- मन के दोष, अहंकार और भ्रम दूर होते हैं
- मन की शांति और एकाग्रता बढ़ती है
- नकारात्मक विचार दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है
- गुरु कृपा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त होता है
- आत्मविश्वास, साहस और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है
- जीवन की बाधाएँ और कष्ट कम होते हैं
- तनाव, भय और चिंता में कमी आती है
- भक्ति, विनम्रता और समर्पण की भावना विकसित होती है
- ज्ञान, विवेक और सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है
- हनुमान जी की कृपा से बल, बुद्धि और विद्या प्राप्त होती है
Read also – Sita Ram Sita Ram Ringtone Download MP3
How to Chant “Shree Guru Charan Saroj Raj” Properly
- सुबह स्नान के बाद शांत मन से जप करें।
- हनुमान जी की मूर्ति/चित्र के सामने बैठें।
- पहले दीपक और धूप जलाएँ।
- दोहे को स्पष्ट उच्चारण के साथ पढ़ें।
- 11 बार या 108 बार जप कर सकते हैं।
- मन में सकारात्मक संकल्प रखें।
- निरंतरता बनाए रखें – यही भक्ति का सबसे बड़ा नियम है।
Conclusion (Shree Guru Charan Saroj Raj Conclusion)
“श्री गुरु चरण सरोज रज” केवल एक पंक्ति नहीं, बल्कि आध्यात्मिक जागृति और भक्ति का आधार है। गुरु के चरणों की धूल का स्मरण मन को पवित्र करता है, अहंकार को मिटाता है और जीवन में सही मार्ग दिखाता है। इस पवित्र दोहे का जप हनुमान जी की कृपा, शक्ति, बुद्धि और शांति प्रदान करता है। चाहे आप इसे भक्ति, साधना या मानसिक संतुलन के लिए पढ़ें—यह पंक्ति सदैव सकारात्मक ऊर्जा, प्रेरणा और दिव्यता का अनुभव कराती है।
यह पंक्ति हमें सिखाती है कि:
- गुरु हमारी आध्यात्मिक यात्रा का पहला आधार हैं।
- हनुमान जी शक्ति, बुद्धि, भक्ति और साहस के देवता हैं।
- इस पंक्ति का नियमित जप जीवन में शांति, सुख और सफलता लाता है।
FAQ – Shree Guru Charan Saroj Raj
1. “Shree Guru Charan Saroj Raj” किस दोहे से लिया गया है?
A. यह पंक्ति हनुमान चालीसा के पहले दोहे में आती है।
2. इस पंक्ति का मुख्य अर्थ क्या है?
A.गुरु के चरणों की धूल से मन को पवित्र कर भगवान की भक्ति करना।
3. क्या इसे रोज जप सकते हैं?
A.हाँ, रोज जपने से मन में शांति, शक्ति और सकारात्मकता आती है।
4. क्या Shree Guru Charan Saroj Raj का अलग से भजन उपलब्ध है?
A.हाँ, कई भजन और सिंगर द्वारा इसका ऑडियो/वीडियो वर्ज़न उपलब्ध है।
5. क्या यह पंक्ति हनुमान जी की पूजा में आवश्यक मानी जाती है?
A.इसे शुभ शुरुआत माना जाता है और हनुमान चालीसा से पहले पढ़ा जाता है।
Read also –
- Sita Ram Sita Ram Ringtone Download MP3
- Hanuman Chalisa Ka Paath – पूर्ण जानकारी, लिखित पाठ, विधि, महत्व
- हनुमान चालीसा के रचयिता कौन हैं?